Type Here to Get Search Results !

पेट दर्द के घरेलू उपाय | Pet Dard ke Gharelu Upay

Pet Dard ki Dawa


Pet Dard ke Gharelu Upay
Pet Dard ke Gharelu Upay


हमारे द्वारा भोजन ग्रहण करने के बाद उसका पाचन संस्थान द्वारा पाचन होता है। मुँह ग्रास के चबान के साथ ही पाचन क्रिया की शुरूआत हो जाती है। उसके बाद ग्रास नली द्वारा आमाशय में पहुँच कर भोजन के पचने की क्रिया आरंभ होती है। 


अगर इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की रुकावट होती है तो फिर भोजन सही ढंग से नही पचता तथा अपच होती है और फिर कब्ज की बीमारी हो जाती है। सही ढंग से मल का न निकलना कब्ज कहलाता है तथा यह रोग अधिक तनाव के कारण भी होती है, 


देर रात तक जागने भोजन कम करने या ज्यादा तला भुना या चिकना भोजन  करने से या किसी बिमारी के कारण भी हो सकता है, शोक और दुख तथा चिन्ता के कारण भी कब्द हो जाता है, इसमें पेट में गैस बनने लगती है तथा हवा पास नहीं होती है, 


खट्टी डकारें भी आने लगती है तथा जी भी मिचलाने लग जाता हैं। आज हम अपने इस पोस्ट में आपको acidity ko jad se khatam karne ke upay बताएगे और साथ ही साथ acidity ka ilaj और gas ka ilaj करके आपकी सारी समसम्या दूर है जाएगी।


इसके कुछ घरेलु उपचार निम्नलिखित हैं इन्हे जरूर उपयोग में लो इन घरेलु उपचारो से आपकी पेट से संबंधित समस्या का जड़ से निवारण हो जाएगा।



गैस का इलाज- Acidity ko jad se Khatam Karne ke Upay

  1. अदरक की चटनी नमक मिलाकर चाटने से गैस पास होने लगती है।
  2. अदरक के रस में नींबू तथा पुदीने का रस मिलाकर पीने से रोग में आराम मिलता है यदि अवश्यक लगें तो एक दो चमम्मच शहद भी मिला सकते है।
  3. पके हुए बेल का शरबत पीने से या बेल के गूदे में सौंफ का पाऊडर मिलाकर पीने से कब्द दूर हो जाता हैं सीधा पका बेल खायें तो  यह तो और भी अच्छा माना जाता है।
  4. सौंठ और कालीमिर्च व पीपल को बराबर बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लो और सुबह शाम एक एक चम्मच लो इससे कब्ज की परेशानी दूर हो जाएगी।
  5. अदरक और सूखे धनिए का काढ़ा पीने से कब्ज दूर होता है।
  6. रात में दूध के साथ दो चम्मच ईसबगोल खाने में कब्ज में आराम मिलता है।
  7. सौंठ बड़ी इलायची और दाल चीनी को बराबर बराबर मात्रा में मिलाकर कूटकर पावडर बना कर सुबह शाम पानी के साथ एक एक चम्मच लेने से कब्ज दूर होती है।
  8. गरम पानी में एक नीबू मिलाकर पीने से कब्ज दूर होती है।
  9. रात्रि में तांबे के पात्र में रखा पानी प्रातः शौच जाने से पहले पीने से गंभीर से गंभीर रोगों की घरेलू चिकत्सा कब्ज दूर हो जाता है।
  10. कब्ज को गरम दूध के साथ एक चम्मच त्रिफला लेने से कब्ज दूर होगा।
  11. कब्ज होने पर हीरा हींग की फाँक लेने से भी तथी नाभि पर हींग रखने और मलने से भी कब्ज की शिकायत दूर होती है।
  12. रोत में गरम दूध के साथ एक चम्मच त्रिफला लेने से कब्ज दूर होता है।
  13. खट्टी छाछ या फिर कांजी का पानी पीने से भी कब्ज की शिकायत दूर होती है।
  14. भुनी हींग और भुना जीरा तथा सौंठ व सैधा नमक का समान मात्रा में मिलाकर बारीक चूर्ण बना लेना है तथा यह चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से कब्ज दूर हो जाता है।
  15. कब्ज में आँवले का मुरब्बा भी बहुत अधिक फायदेमंद माना जाता है आँवले का पाउडर भी ले सकते है।
  16. गिलोय का चूर्ण के साथ लेने पर कब्ज दूर होता है।
  17. भोजन के साथ सुबह शाम पपीता खाने से कब्ज दूर हो जाता है।
  18. कच्ची गाजर चबा चबाकर खाने से कब्ज की शिकायत दूर हो जाती है।
  19. रात को सोते समय दूध में एक चम्मच एरंड तेल मिलाकर पीने् से कब्ज की शिकायत दूर हो जाती है।
  20. प्रतिदिन 25 मिली लीटर देशी गाय का गोमूत्र पीने से कब्ज की शिकायत दूर होती है।
  21. कमजोरी दावारा पैदा हुई अपच या पेट दर्द में कच्चा लहसुन चबाकर खाने से लाभ मिलता है।
  22. एक गिलास पाने में एक चम्मच सौंठ उबालकर सेंधा नमक मिलाये और ठंडा हेने पर पीये। अपच में लाभ मिलेगा।
  23. यदि खाना नहीं पचता तो फालसे के रस के साथ सेंधा नमक और काली मिर्च मिलाकर पीयें फलसा पित्त विकारों में भी लाभ करता है।
  24. कच्चे प्लाज का रस पेट दर्द बदहजमी वायु विकार तथा अफरा में लाभदायक होता हैं।
  25. दही में बारीक प्याज काटकर खाने से लाभ मिलता हैं।
  26. अंगूर के नियमित सेवन से कब्ज अपने आप ही ठीक हो जाता है।
  27. राई के नियमित सेवन से पुराने से पुराना अपच नष्ट हो जाता है।
  28. अदरक का किसी भी रूप में प्रयोग करते रहने से भोजन सरलता से पचता है तथा कब्ज भी दूर रहता है।


गंभीर रोगों की घरेलू चिकित्सा- Amlapitta ki Dawa और pet me bharipan


गंभीर रोगों की घरेलू चिकित्सा- amlapitta ki dawa और pet me bharipan
kabj ki ayurvedic medicine



पेट में कब्ज के दौरान अम्लपित्त बनने लगता है खट्टी डकारे (khatti dakar aana) आती है तथा पेट में भारीपन लगता है कुछ भी खाने की इच्छा नही होती है। इसके घरेलू उपचार निम्नलिखित नीचे दिए जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं amlapitta ki dawa क्या हैं।

  1. कच्ची प्याज दही के साथ मिलाकर लेने से अम्लपित्त में लाभ होता है।
  2. आँवले का पावडर सादा पानी के साथ लेने से अम्लता दूर होती है।
  3. एक ग्राम सौंठ के चूर्ण में चुटकी भर हींग तथा सैंधा नमक मलाकर इसके चूर्ण को सबुह और शाम पानी के साथ लेने से अम्लता के परेशानी दूर हो जाएगी।
  4. अजवायन का चूर्ण शहद में मिलाकर लेने से बदहजमी दूर हो जाती है।
  5. हिग्वाष्टक चूर्ण लेने से कालानमक अजवायन काला भुना हुआ जीरा तथा भुनी हुई हींग की चूर्ण अम्लता में आराम हो जाता है।
  6. भोजन के बाद अम्लता महसूस हो तो शहद में मुनक्का हरड़ के पावडर को मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है।
  7. सौंठ काली मिर्च पीपल को समान बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लेना है तथा रोजाना खाने के बाद सेवन करना है खाना जल्दी पचने लगेगा।
  8. खाने के साथ मूली का सेवन करने से लाभ मिलेगा।
  9. तुलसी की मंजरी नीम की छाल तथा काली मिर्च और पीपल को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लेना है प्रातः काल खाली पेट सादा पानी के साथ एक फाँक ले लेना है पित्त की सम्सया दूर हो जाएगी।
  10. प्याज नीबू का रस निकालकर उसके अंदर बराबर मात्र में चार काली मिर्च का पाउडर मिलाकर सेवन करने से अम्लता दूर होती है।
  11. अजवायन और नमक की फंकी गरम पानी के साथ लेने से कब्ज की सम्सया दूर हो जाएगी।
  12. एक चम्मच खाने वाला सोडा और नीबू् का रस पानी मे मिलाकर रात में सोने से पहले लो काफी आराम मिलेगा।
  13. एक अदरक और कच्चा लहसुन की दो कली और आधा चम्मच काला नमक और आँवले का पावडर मिलाकर सादा पानी के साथ लेने से काफी आराम मिलता है।
  14. करेले के पत्तो के रस में सेंधा नमक मिलाकर पीने से उल्टी होकर पित्त शांत हो जाता है।
  15. अरबी के पत्तों के रस में भुना हुआ जीरा का चूर्ण मिला कर खाने से पित्त की समस्या दूर हो जाती है।
  16. यदि गर्मी की वजह से पित्त कि शिकायत है तो एक कप मूली के रस में मिश्री मिलाकर पीने से लाभ मिलता है।
  17. 50 मिली गौमूत्र तथा एरंड का तेल मिलाकर पीने से पित्त की शांति होती है।
  18. एक सादे पाने के गिलास में काली मिर्च और मिश्री मिलाकर पीने से पीत्त की समस्य दूर हो जाएगी।


👉please visit- शहद के फायदे- Honey benefits in hindi     


अतिसार एवं संग्रहणी- dairiya ka ilaj in hindi


अतिसार एवं संग्रहणी- dairiya ka ilaj in hindi
dairiya ka ilaj in hindi


dast rokne ke gharelu upay नीचे दिया जा रहा है और अतिसार क्या हैं इसकी सम्पूर्ण जानकारी भी आपको आगे दी जा रही है यह आंतो का रोग होता है, पतले और बदबूदार दस्त होना अतिसार कहलाता है यह अधिकांशतः दूषित जल के सेवन करने के कारण होता है या फिर दूषित विषैले भोजन करने के कारण होता है। 


इसमें पेट में दर्द होना ऐंठन होना मरौड होना कभी कभी गाढ़ा दस्त होना व कभी कभी पतला दस्त होना। बहुत ज्यादा गैस बनना अधिक पसीना आना। चलिए अब जानते है diarrhea ka gharelu ilaj अतिसार एवं संग्रहणी के घरेलू उपाय क्या है।


  1. दही के साथ ईसबगोल की भुसी लेने से अतिसार दूर होता है।
  2. पुदीने का रस लेने से काफी लाभ मिलता है।
  3. तेजपात के पत्ते दालचीनी कत्था का काढ़ा बनाकर पीने से दस्त की समस्या दूर हो जाती हैं।
  4. छोटी पीपल की चूर्ण थोड़ा काला नमक और शहद के साथ मिलाकर पीने से आराम मिलेगा।
  5. अदरक कच्चे बेल का गूदा तथा गुड मिलाकर मट्टे के साथ पीने से अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा।
  6. बबूल के पत्तों का रस या फिर जायफल खाने से अतिसार की समस्या दूर हो जाती है।
  7. भुने हुए जीरे का चूर्ण दही के साथ सेवन करने से जल्दी लाभ मिलता है।
  8. चावलों का मांड और थो़ड़ा सा काला नमक और जरा सी भुनी हींग मिलाकर पीने से दस्त की समस्या दूर हो जाती है।
  9. आँवला पावडर छोटी इलायची धनियाँ वंसलोचन सभी को बराबर मात्रा में पावडर बना लेना है और उसमें आवश्यकता के अनुसार मिश्री को मिलाकर सेवन करना हैं वो भी सुबह और शाम एक एक चम्मच पानी में मिला कर इससे जल्दी आराम होगा।
  10. मिश्री और शहद मिलाकर चाटने से दस्त बन्द हो जाते है।
  11. बड़ का दूध नाभी पर लगाने से दस्त में आराम मिलता है।
  12. गाय के दूध के दही में पाँच छः खजूर को मिलाकर खाने से लाभ होता है।
  13. चूनें के पानी में मिश्री मिलाकर पीने से दस्त बंद हो जाती हैं।
  14. 10 दाने तुलसी के  बीज पीसकर गाय के दूध के साथ लें।
  15. 20 ग्राम काली मुसली के चूर्ण को गाय के दही के साथ मिलाकर थोड़ा उसमे काला नमक मिलाकर खाने के बीमारी में लाभ होगा।
  16. एक कप पानी में दो चम्मच जीरा उबालकर उसे छानकर पानी पीने से लाभ मिलता है।
  17. एक ग्राम खाने का सोडा दिन में तीन बार लेने से अतिसार में आराम मिलता है।
  18. 25 ग्राम नीम की कोमल पत्तियाँ चार पाँच काली मिर्च चार लांग तथा एक चुटकी हींग मिलाकर दो बार गरम पानी पी लें।
  19. एक चम्मच पिसी अजवायन से पावडर में चरा से काले नमक को मिलाकर गर्म पानी के साथ लेना।
  20. दो हरड़ और चार लांग का काढ़ा बनाकर एक चुटकी सैंधा नमक मिलकार सेवन करने से अतिसार में लाभ मिलता है।
  21. पीपल तथा सौंठ को समान मात्रा में लेकर गुड़ के साथ या फिर चीनी के साथ लेने से बहुत अधिक लाभ होता है।
  22. जामून में आम की गुठली का चूर्ण तथा एक हरड़ इन तीनों को मिला कर चूर्ण बनाए और एक एक चम्मच सादे पानी के साथ सेवन करने से लाभ होगा।
  23. पिसी हुई हल्दी तवे पे भूनकर थोड़ा सा उसमें काला नमक मिलाओ और एक चम्मच ठंडे पानी के साथ सुबह तथा दोपहर और शीम को पीओ बहुत आराम मिलेगा।
  24. थोड़ी सी सौंफ तवे पर भूनकर उसका पावडर बनाकर मट्ठे के साथ लो लाभ होगा।

Tags

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad