Bhukamp Par Nibandh | भूकम्प पर निबंध- प्रकृतिक आपदा प्रबन्धन | Essay on
Earthquake in Hindi
प्रस्तावना-
मनुष्य का जीवन सुखमय और प्रसन्न रह सकता है यह सम्भवतः संयोग की ही बात है।
वह प्रयास करता है कि उसे शुद्ध वायु और जल मिले,
खाने को शुद्ध और पौष्टिक वस्तुएँ उपलब्ध हो और शारीरिक दृष्टि से भी वह समर्थ हो। पर सभी को यह हर सयम उपलब्ध हो सके इसकी सम्भावना शत प्रतिशत नही है।
खाने को शुद्ध और पौष्टिक वस्तुएँ उपलब्ध हो और शारीरिक दृष्टि से भी वह समर्थ हो। पर सभी को यह हर सयम उपलब्ध हो सके इसकी सम्भावना शत प्रतिशत नही है।
जहाँ तक आर्थिक तंगी, शारीरिक बीमारियाँ और मानसिक आघात उठाने रड़ते है, वहीं
दूसरी ओर कुछ अनचाही विपत्तियों (घटनाओं) का सामना भी करना पड़ता है। सीधे सीधे
शब्दों में इन्हें आपदाएँ कह सकते है।
Essay on Earthquake in Hindi
|
कौन जाने कौन सी आपदा किस पर कब आ जाए मनोवैज्ञानिक ने इसे निम्न प्रकार से
परिभाषित करने का प्रयास किया है –
1- आपदा तात्कालिक अप्रत्याशित दुर्भाग्यपूर्ण घटना होती है जिससे अनेक लोग प्रभावित होते हैं। कोई इसके घटित होने के बारे में न जान सकता है न ही यह जान सकता है कि यह किन किन को कितनी हानि पहुँचाएगा।
2- आपदा एक बहुत दुखद घटना होती है, जिसमें अनेक मनुष्यों एवं पशुओं की मौत हो जाती है।
1- आपदा तात्कालिक अप्रत्याशित दुर्भाग्यपूर्ण घटना होती है जिससे अनेक लोग प्रभावित होते हैं। कोई इसके घटित होने के बारे में न जान सकता है न ही यह जान सकता है कि यह किन किन को कितनी हानि पहुँचाएगा।
2- आपदा एक बहुत दुखद घटना होती है, जिसमें अनेक मनुष्यों एवं पशुओं की मौत हो जाती है।
परिभाषा से ही हम यह समझ सकते हैं कि आपदाएँ विभिन्न क्षेत्रों में विविध
प्रकार की हो सकती है। पर यहाँ अपने विषय के परिप्रेक्ष्य में केवल पर्यावरणीय
आपदाओं को हम आपके सामने प्रस्तुत करने जा रहे हैं।
यहाँ हम यह भी प्रयास करेंगे कि इनसे
बचने अथवा जानमाल की रक्षा हेतु
किस प्रकार का प्रबन्धन करना चाहिए और यदि इन
आपदाओं का पूर्व अनुमान किया जा सकता है,
तो सावधानियाँ और बचाव क्या करे?? और यदि ये घटित हो जाए तो
इनके प्रभावकी को कम कैसे किया जा सकता हैं ?
1- भूकम्प Bhukamp in Hindi
भूकम्प जमीन के हिलने की वह स्थिति है जो पृथ्वी के अन्दर के चट्टानों के
अचानक टूटनें तथा उनके काफी बड़े भाग के खिसक जाने से होती है।
पृथ्वी पर घटित
होनें वाली सबसे बड़ी और शक्तिशाली घटनाओं मेंर भूकम्प की गिनती होती है, तथा इनके
परिणाम निःसन्देह बहुत ही खतरनाक और भयानक विनाशकारी साबित होते हैं।
इस घटना का
अनुमान हम इसी से लगा सकते है कि एक
भूकम्प में ऊर्जा की जापान में गिराये गये परमाणु बम से 10,000 गुनी शक्ती हो सकती
है। आइए, तो इसके बारे में अधिक जानकारी करें—
2- भूकम्प के स्भावित कारण Bhukamp Ke Karan | Bhukamp Kaise Aata Hai
भूकम्पों के अनेक कारण भू-वैज्ञानिकों ने दिये हैं। उनमें से मुख्य पृथ्वी की रचना और उसके क्रियाकलापों से संबंधित हैं तथा अन्य मानवीय हस्तक्षेप से संबंध रखते हैं।
अन्य कारणों मे एक भूकम्प के प्रभाव से उसी जगह लगातार भूकम्पों का आना अथवा
अन्य स्थानों पर बड़े भूकम्पों का होना सम्मिलित हैं। इसी विभावजन के आधार पर हम
इन्हें प्रस्तुत करने का प्रयास करेगें।
3- पृथ्वी की रचना से संबंधित ( Related to the Earth Structure)
A- पृथ्वी के अन्दर के
हिस्सों में चट्टानीं प्लेटों का चटकना, टूटना और खिसकना।
B- चट्टानीं प्लेटों
में विविध प्रकार के दोषों से पृथ्वी के क्रियाकलापी का तालमेल न हो पाना।
C- किसी स्थान विशेष
के दोषों के कारण पृथ्वी के अऩ्य किसी स्थान को प्रभावित करना।
D- किसी स्थान पर
अप्रत्याशित परिवर्तन से भूकम्प की सम्भावना।
4- मानवीय हस्तक्षेप से संबंधित ( Related to the
Human Involvement )
A- किसी की गहराई से जल का निकालना ट्यूबवैल्स का प्रयोग करना।
B- बड़े भण्डारो को खाली करना विशेषतः जल के।
C- भूगर्भ मे आणविक विस्फोट
D- खानों की खुदाई करना
E- निर्माणों को मजबूत करने हेतु जल और सीमेण्ट के इंजेक्शन लगाना।
F- बहुत तेज आवाज से धरातल को लगातार कम्पित करते रहना।
5- अन्य कारण ( Other Causes )
A- किन्हीं विशेष क्षेत्रों में ही अधिकतर भूकम्पों का आऩा।
B- बड़े बड़े पर्वत शिखरों का जमीन में धँस जाना।
C- किसी एक जगब के भूकम्प से पास ही अन्य भूकम्पों के आने की आशंका होंना।
6- भूकम्प के प्रभाव ( Effects of
Earthquakes – Causes and Effects
of Earthquake in points )
A- भूकम्प के क्या
प्रभाव हो सकते है,
इन्हें मोटे तौर से
जान लें।
B- भूकम्प से नदियों के रास्ते परिवर्तित हो सकते हैं।
C- भूकम्प से पहाड़ी चट्टानों का खिसकना सम्भव हो सकता है जिससे भारी जन धन
की हानी भी हो सकती है।
D- बड़े भूकम्प महासागरों के नीचे ऐसी विनाशकारी लहरों को उत्पनन्न कर
सकते
हैं, जिससे तटीय क्षेत्र पर पानी का तूफान खड़ा
हो सकता हैं
E- भूकम्प से सामान्यतया सीधे अधिक जनहानि नही होती, लेकिन अनेक मौते
और घायलों की संख्या
भूकम्प के समय अनेक वस्तुओं के गिरने तथा बड़ी बड़ी
इमारतों पुल और घर के धाराशायी
होने के कारण बहुत सी मौते हो जाती हैं।
F- गैस लाइऩ तथा पॉवर लाइन के टूटने के कारण जलती आग भूकम्प के
समय अधक
खतरनाक हो जाती है।
G- भयानक रासायन पैट्रोल डीजल और अन्य ज्वलनशील पदार्थ भी अनेक संकट
पैदा कर सकते हैं।
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