मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना / Soil Health card Scheme मोदी की नई योजना
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
/ Soil Health Card Scheme
इस बार फिर से हमशा की तरह
हमारे प्रधानमंत्री श्री नेरन्द्र मोदी जी ने फिर से किसानो के ऊपर मेहरबान
हुए है। एक बार फिर से प्रधानमंत्री जी ने एक नई योजना का शुभ आरम्भ कर दिया है।
इस योजन का नाम Soil health card scheme है। यह Soil Health
card Scheme योजना
को मृदा स्वास्थ्य कार्ड के नाम से जाना जाता हैं। इस योजना का
प्रारम्भ मोदी जी ने किया है।
?????इस योजन के अन्तर्गत आपको इस पोस्ट में पढ़ने को क्या
क्या मिलेगा ????
1-SOIL HEALTH CARD SCHEME
2- SOIL Health CARD REGISTRATION
3- SOIL HEALTH CARD SCHEME FAQ
4- HOW CAN I MAKE SOIL HEALTH CARD
5- SOIL HEALTH CARD ONLINE DOWNLOAD
6-HOW SOIL HEALTH CARD SCHEME WORK
7- SOIL HEALTH CARD DISTRICT WISE REPORT
7- SOIL HEALTH CARD DISTRICT WISE REPORT
Soil health card
scheme in hindi / आओ जाने क्या हैं मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना ....
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आइये इस SOIL HEALTH CARD SCHEME योजना के बारे और जानने
का प्रयास करते है। हम सभी जानते है कि आज के युग में फसलों को
किस तरह से उगाया जा रहा है जिसके द्वारा फसलो मेें अनेको प्रकार के रोग पाये जाने
लग गये है और इन सारे रोगो का समाधान नही निकल पाता है कि कैसे इनको नष्ट किया जाए
इसलिए भारत सरकार में हमारे प्रधानमंत्री जी ने इस नई योजना का आरम्भ किया है
जिसका नाम SOIL HEALTH CARD SCHEME है।
हमारे भारत में ज्यादातर सारे किसान शिक्षित नही है उनके अशिक्षित होने के
कारण भारत सरकार ने यह योजना निकाली है। क्योकि किसानो के लिए ये सोइल हेल्थ कार्ड
की बहुत ही लाभदायक होगा। हमारे भारत के अधिकतम किसान अशिक्षा के कारण यह नही
जानते कि किस प्रकार से फसल की अच्छी उपज करनी है कैसे हम अच्छी और ज्यादा फसल उगा सकते है।
भारत के किसानो को मिट्टी के गुणों का ज्ञान नही रहता है। जिसके द्वारा वह
यह नही समझ पाते की किस मिट्टी में कितना फसल होगा और कौन सी मिट्टी अच्छी है या कौन सी सही नही है उनको इसका ज्ञान नही रहता है जिसके द्वारा आज हमारे देश
में किसानो की स्थिति बहुत है नीचे स्तर पर पहुच गयी है। जिसका सुधार करने के लिए
मादी ने यह Soil Health Card Scheme की योजना का आरम्भ किया है।
यह Soil health card scheme की योजना का आरम्भ भारत सरकार ने 2015 को ही कर दिया था । इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह था कि हमारे भारत के
किसानो को मृदा स्वास्थय कार्ड योजना के अन्तर्गत उनको soil health card दिया जा सके। इस योजना के द्वारा वह अपनी खेत की
मिट्टी के गुणों की जांच कर सकेंगे और एक स्वस्थ और अच्छी फसल उगा सकेंगे।
SOIL HEALTH CARD SCHEME की कुछ महत्वपूर्ण बातें-
SOIL health card scheme को जारी करने के मु्ख्य उद्देश्य / मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
का उद्देश्य जाने
हमारे भारत के प्रधान मंत्री श्री नेरेन्द्र मोदी जी ने इस मृदा स्वास्थ्य
कार्ड योजना को शुरू किया इस योजना को शूरू करने के उनके कुछ महत्वपूर्ण उद्धेश्य
है जो कि निम्नलिखित है।
* किसनाे
को हमारे अशिक्षा के कारण उनको खेत की मिट्टी का ज्ञान नही रहता हैं इस लिए इस मृदा स्वास्थ्य कार्ड के द्वारा उनको मिट्टी का पूरा
ज्ञान दिया जाएगा।
* इस मृदा स्वास्थ्य कार्ड की
सहायता से किसान बड़ी सरलता से समझ पाएगें कि उनके खेत की उर्वराशक्ति कितनी है।
उनको अपने खेत मेंं किस तरह की फसल उगानी चाहिए किस फसल में खेती करनी है किस फसल
में खेती नही करनी है यह जानकारी वह आसानी से soil health card scheme में जान पाएगें। और यही
नही वह यह भी जान पाएगें कि उनकों कौन कौन सी खाद को कितनी मात्रा में उपयोग में
लानी है कितनी खाद आपनी फसल को देने है यह सारी जानकारी वह soil
health card scheme में के द्वारा आसानी से समझ सकेेंगे।
SOIL HEALTH CARD SCHEME किस प्रकार कार्य करती हैं-
1- किसानो को सर्वप्रथम अपने खेत की मिट्टी को जाँच के लिए देना पढ़ेगा।
इस जाँच के लिए उसे ऑनलाइन सेवा का इस्तेमाल करना होगा सबसे पहले उसे ऑनलाइऩ के
सारे प्रोसेस को समझना होगा जो की नीचे समझाया जा रहा है।
2- किसान अपने खेत की मिट्टी
को जाँच में देना होगा जिसके बाद उस मिट्टी को लैब में जाँचा जाएगा।
3-किसान की मिट्टी की जाँच की जाती है जिसके द्वारा
मिट्टी के गुणों का पता लगाया जाता है कि यह मिट्टी अच्छी है योग्य है या नही।
4- किसानों की मिट्टी की जब जाँच हो जाती है तो उसके बाद उसकी एक
रिपोेर्ट तैयार की जाती है जिस रिपोर्ट में सारा लेखा जोखा लिख दिया जाता है और उस
रिपोर्ट को ऑनलाइन अपलोड कर दिया जाता है। ताकि किसान आसानी से अपनी दी हुई मिट्टी
की रिपोर्ट को पढ़ सके।
5- सारी रिपोर्ट अपलोड कर देने के बाद इस रिपोर्ट को SOIL HEALTH CARD में भी डाल दिया जाता है। और किसानों के फोन नम्बर पर भी इसकी
जानकारी सेैन्ड कर दी जाती है ताकी उन्हे इसकी तुरन्त सूचना मिल सके।
6- इन सारे प्रोसेस के बाद किसान के लिए SOIL HEALTH CARD तैयार कर दिया जाता है। और इसको ऑनलाइन डाल दिया जाता है। सारे किसान
अपने अपने SOIL HEALTH
CARD को ऑनलाइन जा कर DOWNLOAD कर सकते है.....
2- किसान अपने खेत की मिट्टी को जाँच में देना होगा जिसके बाद उस मिट्टी को लैब में जाँचा जाएगा।
3-किसान की मिट्टी की जाँच की जाती है जिसके द्वारा मिट्टी के गुणों का पता लगाया जाता है कि यह मिट्टी अच्छी है योग्य है या नही।