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Newborn Baby Care Tips in Hindi

Baby Care Tips in Hindi

 

Newborn Baby Care Tips in Hindi
Newborn Baby Care Tips in Hindi

एक माँ के लिए अपने की सेहत को लेकर बहुत अधिक टेंशन रहती है, खास कर उन माँ को जो पहली बार माँ बनी होती है, आज हम newborn baby care tips in hindi में देने जा रहे है जिसमें आपको नवजात शिशु की देखभाल किस प्रकार से करनी चाहिए, माँ की डिलीवरी होने के बाद बच्चे की देखभाल कैसे करे, यदि बच्चा 15 दिन का हो गया है तो उसकी देखभाल कैसे करे, दो महिने के बच्चे की देखभाल कैसे करे, साथ ही साथ 6 महीने के बाद नवजात शिशु को कौन सा आहार देना चाहिए। इन सभी जानकारी के साथ और भी बहुत सारी जानकारी आपको हमारी इस पोस्ट में मिल जाएगी।

 

एक औरत जब पहली बार माँ बनती है तो उसे अपने बच्चे को लेकर बहुत अधिक सावधान रहना चाहिए क्योकी यह ऐसा समय होता है जब बच्चे की केयर के साथ साथ माँ खुद भी बच्चे की केयर कैसे करनी चाहिए सीखती है इसलिए हम आज हर एक माँ को अपनी baby care tips के इस लेख के द्वारा नवजात शिशु की देखभाल कैसे करे बताने जा रहे है।

 

सफाई का रखे ध्यान

 

baby care tips में सबसे महत्वपूर्ण बात बच्चे और अपनी सफाई रखने की है क्योकी यदि माँ साफ सफाई का ध्यान नही रखेगी तो बच्चे के अनेको रोग लगने का खतरा बन जाता है, खासकर newborn baby को बीमारी का खतरा बहुत अधिक होता है थोड़ी सी भी गंदगी बच्चे के सेहत खराब कर देगी। इसलिए माँ को हमेशा अपने कपड़े और अपना हाथ साफ रखने चाहिए जब भी आप बाहर से आए बच्चे को छूने से पहले हाथ जरूर धोए, तथा बच्चे के आस पास सफाई का ध्यान रखे।

 

 Newborn Baby को गोद में कैसे उठाए

 

बच्चे को गोद में लेना भी एक बहुत जरूर स्टेप माना जाता है जरा सी लापरवाही से बच्चे को गोद में उठाने से बच्चे की गर्दन तथा रीढ़ की हड्डी पर जोर पड़ सकता है, baby care tips देते हुए कई सारे विशेषज्ञों ने बच्चे को गोद में लेने की शिक्षा दी है और बताया है कि जब भी बच्चे को उठाए उसका सिर तथा रीढ़ की हड्डी में हाथ जरूर रखे तभी उठाए और माँ को अपने बच्चे को अपने सीने से लगाकर उसकी पीठ में थपकी देकर लोरी सुनानी चाहिए।

 

डायपर पहनाना जरूरी है

 

डायपर एक आधुनिक तरीका है बच्चे को सुविधा देने के लिए यदि आप डायपर का सही इस्तेमाल करते है तो डायपर से अच्छी कोई भी चीज नही हो सकती यह हानिकारक नही है, परंतु डायपर पहनाने से पहले आप कुछ बातो पर विचार करना चाहिए पहली की क्या आपको बजट है बच्चे को डायपर पहनाने का यदि हाँ तो आप सोच सकते है यह आपके बच्चे के लिए फायदेमंद हो सकता है। दूसरा डायपर केयर यदि आप हमारे द्वारा बताए गए तरीके से डायपर की केयर करते हो तो डायपर आपके बेबी के लिए बहुत अच्छा साबित होगा।

 

डायपर पहनाना चाहिए या नही

 

यह प्रश्न अपके मन में होगा तो हम आपको बता दे की हाँ जरूर पहनाइए यह आपके बच्चे के लिए काफी अच्छा होगा यदि आपका बजट अच्छा हो और आप डायपर की केयर कर सकते है तो जरूर यूज करना चाहिए।

 

कौन सा डायपर पहनाना चाहिए

 

आज कर बाजार में बहुत सारे डायपर के ब्रैंड आ गए है लेकिन ब्रैंड कोई भी हो यह ज्यादा महत्वपूर्ण नही है आपको डायपर की डिजाइन देखनी है, डिजाइन में डायपर 2 तरह के आते है पहला पैंट टाइप के डाइपर जिसमें प्लास्टिक लगी हुई होती है, और दूसरा डायपर चिपकाने वाले होते है जिसमें लास्टिक नही लगी होती है, डॉ और विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चे को हमेशा चिपकाने वाला ही डायपर पहनाना चाहिए, बच्चे को कभी भी लास्टिक वाला डायपर नही पहनाना चाहिए क्योकि लास्टिक वाले डायपर बच्चे की स्किन परेशानी देते है जैसे दाने निकलना और स्किन का लाल पड़ जाना जो कि बच्चे के तकलिफ देती है।

 

डायपर कितनी बार चेंज करनी चाहिए

 

यदि आप बच्चे को डायपर पहनाते है तो हर 2 या 3 घंटे में डायपर को खोल कर चेक करना बहुत जरूरी होता है, यदि डायपर गीला हो तो आप उसे बदल कर दूसरा डायपर पहनाईए, ध्यान रहे जब भी आप दूसरा डायपर पहनाए उससे पहले बच्चे की स्किन को ड्राई हो जाने दीजिए और नारियर तेल थोड़ा सा लगा कर फिर डायपर पहनाओ। अगर डायपर सूखा हो तो उसे पहने रहने दीजिए। इस तरह से लगभग एक दिन में बच्चे को 7 से लेकर 8 डायपर लग जाएगे।

  

बेबी को कैसे नहलाए

 

आपको बता दे की बच्चे के जन्म के बाद बच्चे को 1 हफ्ते तक नही नहलाना चाहिए उसे स्पंज से ही साफ करना चाहिए या फिर भीगे हुए साफ कपड़े से स्किन को पोछना चाहिए, यदि बच्चे की गर्भनाल हो तो उसके सूखने तक उसे ना नहलाए सूखने के बाद हफ्ते में 2 से 3 बार बच्चे को नहला सकते है।

 

ध्यान रखिएगा की बच्चे के जन्म के 6 महिने तक ज्यादा गर्म और ज्यादा ठंडे पानी से ना नहलाए बच्चे को हमेशा ही ताजे पानी से नहलाए जो ना ज्यादा ठंडा हो ना गर्म।

 

बच्चे को जब भी नहलाए उसके दोनो कानों को अपने हाथो से बंद कर ले ताकी कानों के अंदर पानी ना चला जाए, यदि बच्चे के कान में पानी जाएगा तो उसके कानों में इंफेक्शन हो जाएगा। बच्चे का नहलाते समय आखों में साबुन शैंपू जाने का खतरा रहता है इसलिए बच्चे के लिए हमेशा बेबी शैंपू बेबी सोप ही इस्तेमाल करना चाहिए।

 

जब भी बच्चे को नाहलाने जाए तो उसका डायपर, क्रीम, तौलिया, कपड़े साबुन सब तैयार करके पहले से रख लीजिए। बेबी को नहलाने के तुरंत बाद तौलिया में लपेट पर हल्के हाथों से पोछे, और तुरंत की क्रीम लगाकर करड़े पहना दीजिए। वरना बच्चे को सर्दी लग सकती है।

 

यदि आप बेबी को पहली बार नहला रही है तो अपने से किसी अनुभवी व्यक्ति को साथ में जरूर रखे ताकि आपको किसी भी तरह की समस्या ना हो।


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